यातायात के नियम :बाल कविता
यातायात
के नियम
रुको –रुको ,
रुको –रुको
लाल बत्ती जारी है ,
रुकने की अब बारी है ,
देखो अब बत्ती पिली है ,
संभलो , अब चलने की तैयारी है ,
पिली बत्ती यही बता रही है ,
चलो –चलो , चलो –चलो
अपनी –अपनी दिशा चलो ,
हमारी बत्ती हरी हुई , चलने की हमारी बारी है ,
दायें केवल दायें चलें ,
मुड़ने से पहले सावधान रहें ,
बिना फिजूल क्यूँ हॉर्न दे- थोड़े से समझदार रहें
,
जल्दीबाजी में क्या रक्खा है ,
इमर्जन्सी
वाहन को पहले जाने दें ,
सुनो –सुनो ,सुनो- सुनो
रस्ते में चोक्कने रहे ,गलती को मौका मिले नहीं
,
बेल्ट ,हेलमेट सब चौकस हों ,सीमा से ज्यादा
चलें नहीं ,
एक बात की गाँठ बाँध लें – रास्ता चलते नशा “कभी
नहीं “
समय से अपने घर से निकलें , व्यर्थ की तेजी
करें नहीं ,
हम सब की बस ये फरियाद
यातायात के नियमों को सब रक्खे याद.
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