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Showing posts from August, 2018

मे आई कम इन ,सर

                                                                      मे आई कम इन , सर आज सवेरे में   राजपरा स्कूल में प्रेवेश् करते समय कुछ बच्चे जो स्कूल ही जा रहे थे , मैं बाइक पर था और वो पैदल स्कूल की तरफ बढ़ रहे थे , एक बच्चा मुझे देखकर हर्ष के साथ बोला – मे आई कम इन , सर   . मेरे और उसके बीच गति ज्यादा होने पर मैं केवल उसे अधुरा देखकर अधुरा मुस्करा सका. मैं आगे चलकर और तेज मुस्कराया ये सोच कर की इस बच्चे ने मुझे गुड मोर्निंग ना बोलकर मे आई कम इन क्यूँ बोला , ये मुस्कान नहीं थी , ये तो उस बच्चे के अंग्रेजी भाषा के अल्प ज्ञान पर हँसी उड़ाने जैसा था . यूँ तो ये घटना सामान्य सी प्रतीत हो रही है पर दो बातों ने मुझे बहुत देर तक घेरे रक्खा जब तक मैंने इन बातों को यहाँ लिख नहीं दिया . एक तो यह की सभी तो एक दुसरे से जब मिलते है तो गुड मोर्निंग , नमस्ते , सलाम अगेरेह -वगेरेह बोलते नहीं है कोई राम -राम बोल कर खुश   होता है तो कोई जय द्वारकाधीश , कोई जय श्री कृष्णा बोलता है   तो कोई जय साईं नाथ और कोई जय बांके बिहारी , जय बाकोल , बजरंग वाली की जय , जय माता दी   . इस अभिवादन को स

भाषा सिखने की पहली शर्त – जीवन्तता

                                                        भाषा सिखने की पहली शर्त – जीवन्तता Reading yatra ने भाषा और भाषा शिक्षण पर विमर्श व् चिंतन के अवसर दिया और मेरे लिए रुचिकर ये रहा की मेरे यात्री साथी अलग -अलग संस्थाओं में कार्यरत हैं , अलग द्रष्टिकोण जानने को मिले . रूम टू रीड में बहुभाषीय परिपेक्ष में भी सोचने को दिशा मिली. भाषा कोई भी हो उसके सिखने में जीवन्तता का होना मेरे अनुसार सिखने की पहली शर्त है. किसी पाठ को बच्चा क्यूँ पढ़े ? उसे शिक्षक ने निर्देश दिया है या फिर अभिभावक ने शर्त रक्खी हुई है की पहले पाठ पूरा करो तब ही आपकी बात सुनी जायेगी . ऐसा में बच्चा पढ़ता हुआ दिखाई तो देता है पर उसके दिमाग में पढने के दौरान जो प्रिक्रिया होनी थी वो तो शुरू भी नहीं हो पाती , जब बच्चा एक जीवन्त पाठ पढ़ता है तो पाठ के साथ एक जुड़ाव बनाता है , यह जुड़ाव उसके पढ़ने का वास्तविक प्रेरक बनता है , घर काम पूरा करने के लिए या अच्छे नंबर लाने के सतही कारणों से आगे बढ़ना होता है . बच्चो की कहानी सरल व् सपाट होने में भी मैं समस्या पाता हूँ ये जीवन्तता का गला घोटने का काम करती है . इन कहा