Posts

Showing posts from November, 2013

BHOOT "The Ghost"

अक्सर ये बहस हो जाया थी,  भूत होते हैं ,  प्रेत होते हैं , हवाओं में  छिपे  शैतान होते हैं,  में तो सुनते  नकार दिया   करता था ,  वकवास होते हैं, ये  अंध विस्वास होते हैं, सिर्फ horor  कहानियों  के ये पात्र  होते हैं, वो अपनी जिद पर अड़आ करते थे,  में भी कहाँ पीछे हटा करता था,   वो बातों  में ही डरा करते  थे, मुझे मिल जाये भूत ,इसकी दुआ करते थे , वो बताते थे मुझको ,                             भूत आता है , सारे होश छीन ले जाता  है ,                             बाल    खुले  रह जाते हैं , सर गोल गोल घुमाता  है ,                                फिर बाबा को बुलाया जाता है, तुम्हारे अंदर वाले भूत को बुलवाता है,                              दो-तीन  दिन झाड़ -  फूंक करता है, भूत चला   जाता  है, मै  तो इन बातों  को मजाक समझता था , सुनता था , अच्छा टाइम- पास  समझता था, मुझको क्या पता था , एक दिन भूत से मेरा सामना हो   जायेगा , उनका भूत तो आता था जाता था , मुझ पर ये जो भूत आया , पता नहीं , ये  जाएगा ? यूँ तो  आजकल  ये हर  युवा पर आता ह